Casting couch sex story – Biwi ka gangbang sex story – Wife gangbang: दोस्तो, आपने मेरी पिछली सेक्स कहानी “दोस्त की शादी में मेरी पत्नी का रंडीपना” पढ़ी होगी। आज मैं आपको अपनी जिंदगी का वो काला सच सुना रहा हूँ, जो मेरे लिए किसी डरावने सपने से कम नहीं था, पर वो हकीकत बन गया।
मेरी बीवी रश्मि पुणे की है, गोरी-चिट्टी, लम्बे घने बाल, कातिल आँखें और 34-28-36 का ऐसा फिगर कि कोई भी मर्द देख ले तो लंड अपने आप खड़ा हो जाए। शादी से पहले वो मेकअप आर्टिस्ट थी और मॉडलिंग का बहुत बड़ा शौक था, पर सिर्फ बीस साल की उम्र में मेरे साथ शादी हो गई और उसके सारे सपने दब कर रह गए। सात साल बाद भी उसकी आँखों में वही चमक थी, वही बेचैनी थी कि काश वो बड़े पर्दे पर आती। मुझे हमेशा डर लगा रहता था कि ये सपना उसे मुझसे दूर न कर दे।
मैं मुंबई के उपनगर में अच्छी आईटी जॉब करता हूँ, मोटा कमा लेता हूँ। हम अक्सर फाइव-स्टार होटलों में डिनर करने और घूमने जाते थे। रश्मि बला की सजती थी, डीप नेक ड्रेस, हाई हील्स, परफेक्ट मेकअप, जैसे अभी-अभी रैंप से उतरी हो। लोग उसे घूरते थे, कुछ लौंडे फब्तियाँ कसते थे, मुझे जलन होती थी पर रश्मि को बहुत मजा आता था।
एक दिन हम एक फाइव-स्टार होटल में थे, वहाँ किसी बड़ी फिल्म का प्रमोशन चल रहा था। भीड़ इतनी थी कि हीरो को देखना मुश्किल था, पर डायरेक्टर अकेला कोने में खड़ा था, किसी ने पूछा तक नहीं। रश्मि ने मेरा हाथ छोड़ा और उसकी तरफ बढ़ गई। उसने काले रंग की टाइट वन-पीस पहनी थी, घुटनों से थोड़ा ऊपर, गला इतना गहरा कि उसके गोरे-गोरे मम्मे आधे से ज्यादा बाहर झाँक रहे थे। वो डायरेक्टर के पास गई, मुस्कुराई, हाथ मिलाया। डायरेक्टर की नजर सीधे उसके क्लीवेज पर अटक गई। “वाह मैम, बहुत हॉट लग रही हो” उसने कहा। रश्मि की आँखें चमक उठीं। सेल्फी के बहाने डायरेक्टर ने उसकी कमर में हाथ डाल लिया, उँगलियाँ उसकी गांड की दरार पर फेरने लगा। रश्मि ने कुछ नहीं कहा, बल्कि उसके गाल पर किस करके वापस मेरे पास आई और मुझे जोर से गले लगा लिया।
“सुनो ना, डायरेक्टर सर ने कहा है कि अगली फिल्म में मुझे को-एक्ट्रेस या मेकअप आर्टिस्ट का रोल मिल सकता है, मेरा नंबर ले लिया है” वो उत्साह से बोली। मुझे लगा ये सब लाइन मारने की बात है, मैंने हँस कर टाल दिया। पर उस रात घर आते ही रश्मि ने मुझे बिस्तर पर ऐसा चोदा कि आज तक याद है। मेरे लंड पर उछल-उछल कर चुदाई की, अपने बूब्स मेरे मुँह पर रगड़ती रही, आह्ह्ह ओह्ह्ह की आवाजें निकालती रही, जैसे कोई रंडी पहली बार लंड ले रही हो।
दो हफ्ते बाद डायरेक्टर का फोन आया, ऑफिस बुलाया, साइड रोल है, स्क्रीन टेस्ट देना है। मैंने साफ मना कर दिया। बड़ा झगड़ा हुआ। रात में उसने मेरा लंड पकड़ कर मनाया, फिर घोड़ी बन कर खुद ही लंड चूत में डाल लिया और बीस मिनट तक उछलती रही, आह्ह्ह ऊईईई ह्ह्ह्ह कर रही थी। मैं हाँफ गया।
अगले दिन मैं उसे उसके ऑफिस ले गया। डायरेक्टर ने पहले मुझे भी बिठाया, मेरी बीवी की चूचियों और गांड को भूखी नजरों से देखते हुए फिगर के सवाल पूछे, फिर मुझे बाहर भेज दिया। बीस मिनट बाद रश्मि आई, बोली फिर बुलाया है। घर आते ही उसका फोन बजा। मैंने चुपके से मैसेज पढ़ा – “जल्दी फैसला करो, मेरे पास और भी लड़कियाँ लाइन में हैं”। मुझे कुछ गड़बड़ लगा। इसके बाद मैंने उसका फोन चेक करना शुरू कर दिया। पता चला डायरेक्टर रोज नंगी फोटो माँगता था, कभी बूब्स की, कभी गांड की, और रश्मि भेज देती थी। मुझे बहुत दुख हुआ कि वो मुझे कुछ नहीं बता रही।
फिर एक दिन बोली, “अब फाइनल स्क्रीन टेस्ट है”। मैंने फिर मना किया, बड़ा झगड़ा हुआ। उसने कहा, “मायके जा रही हूँ” और चली गई। अगले दिन एक लग्जरी गाड़ी आई, रश्मि बन-ठन कर बैठी और चली गई, मुझे गुडबाय तक नहीं कहा। मैंने कार का पीछा किया, लोनावाला के एक फार्महाउस पर रुकी। मैं चुपके से अंदर घुस गया और खिड़की के पीछे छुप कर सब देखने लगा।
हॉल में शूटिंग सेट लगा था, सिर्फ डायरेक्टर, कैमरामैन राजू और दो लाइटमैन थे। रश्मि डायरेक्टर के बगल में खड़ी थी, उसका हाथ उसकी गांड पर था। फिर रश्मि सोफे पर बैठी, डायरेक्टर सीन समझाते हुए उसकी चूचियाँ दबा रहा था। अचानक डायरेक्टर खड़ा हुआ, रश्मि ने उसकी पैंट नीचे खींची और घुटनों पर बैठ कर लंड मुँह में ले लिया। ग्ग्ग्ग ग्ग्ग्ग गी गी गों गों गोग, गले तक ले रही थी, लार टपक रही थी। सात साल में उसने मेरा लंड कभी मुँह में नहीं लिया था, आज किसी गैर मर्द का लंड गले तक ले रही थी। डायरेक्टर ने उसके बाल पकड़ कर जोर-जोर से मुँह चोदना शुरू किया।
“साली रंडी, सात साल में अपने नामर्द पति का लंड नहीं चूसा, मेरा गले तक ले रही है?” डायरेक्टर हँसा। रश्मि ने लंड मुँह में ही लिया बोली, “उस कंगाले के पास तो चूतड़ जैसा छोटा सा लौड़ा है सर, आपका मूसल है, ग्ग्ग्ग ग्ग्ग्ग, मुझे तो आज पहली बार असली लंड का स्वाद मिला।”
राजू कैमरा लेकर पास आया, रश्मि ने उसका लंड भी हाथ में ले लिया। डायरेक्टर ने उसका टॉप और ब्रा फाड़ कर फेंक दिया। अब दोनों तरफ से चुदाई चल रही थी। दस मिनट बाद राजू ने उसके मुँह में झड़ गया, रश्मि ने सारा माल निगल लिया।
फिर डायरेक्टर ने रश्मि को सोफे पर लिटाया, पैर फैलाए, चूत पर थूक लगाकर लंड रगड़ा और एक जोरदार झटका मारा। रश्मि चीख पड़ी, “आह्ह्ह्ह्ह मर गई सर, फाड़ दी चूत, आह्ह्ह्ह्ह ऊईईई माँँ!” डायरेक्टर ने ठोकते हुए कहा, “तेरे उस नपुंसक पति ने आज तक तेरी चूत खोली भी है? बोल रंडी, मेरा लंड बड़ा है या उसके नन्हे लौड़े से?” रश्मि कराहते हुए बोली, “आपका सर, आपका मूसल बड़ा है, आह्ह्ह्ह्ह उसका तो पता भी नहीं चलता, ओह्ह्ह्ह ठोको सर, फाड़ दो मेरी चूत, मैं आपकी रंडी हूँ!” डायरेक्टर और तेज चोदने लगा, “बोल, आज से तू मेरी रखैल है, जब बुलाऊँ चूत लेकर हाजिर होना।” रश्मि चिल्लाई, “हाँ सर, आपकी गुलाम रंडी हूँ, आह्ह्ह्ह्ह ऊउइईईई चोदो मुझे जैसे चाहो!”
दस मिनट बाद डायरेक्टर ने चूत में झड़ दिया। फिर राजू ने पीछे से गांड में लंड ठोंक दिया। रश्मि चीखी, “नहीं सर गांड में नहीं, आह्ह्ह्ह्ह फट जाएगी!” राजू हँसा, “तेरे नामर्द पति ने कभी गांड मारी है क्या? आज तेरी गांड की सील टूटेगी साली।” धीरे-धीरे पूरा लंड गांड में उतार दिया। रश्मि की आह्ह्ह्ह्ह ऊईईईई माँँ की आवाजें गूँज रही थीं। डायरेक्टर सामने से मुँह में लंड दे दिया, “चूस रंडी, अपने पति को बता कि आज तुझे दो-दो मर्द पेल रहे हैं।” रश्मि लंड चूसते हुए बोली, “उस लुच्चे-नपुंसक को पता भी नहीं चलेगा, आह्ह्ह्ह्ह आप दोनों मिलकर मुझे असली रंडी बना दो सर!”
राजू ने गांड में झड़ दिया। तीनों नंगे ही लेट गए। डायरेक्टर ने अपना लंड फिर रश्मि के हाथ में थमा कर कहा, “ये वीडियो सब प्रोड्यूसर देखेंगे, तू स्टार बनेगी, बस जब बुलाऊँ तब चूत-गांड लेकर हाजिर रहना, समझी रंडी?” रश्मि मुस्कुराते हुए बोली, “जी सर, आपकी गुलाम हूँ।”
मैं सब देखकर घर चला आया। रात को रश्मि लौटी, चेहरे पर थकान और चुदाई की चमक थी, मुझसे नजरें नहीं मिला रही थी। अब वो महीने में कई-कई दिन “मायके” या “मेकअप ऑर्डर” के बहाने चली जाती है। न रोल मिला, न फिल्म, बस एक सस्ती रंडी बन कर रह गई। मैं चुप हूँ क्योंकि मेरा नाम खराब नहीं करना चाहता। बताओ दोस्तों, मैं क्या करूँ?