Wedding room sex story – Desi hotwife sex story: दोस्तो, मैं समीर एक बार फिर आपके सामने अपनी चुदक्कड़ बीवी श्रुति की सबसे गंदी और सच्ची कहानी लेकर हाजिर हूँ, इस बार मैंने खुद अपनी आँखों से अपनी बीवी की चुदाई देखी, वो भी मेरे सबसे करीबी दोस्त के साथ, उसकी शादी वाले दिन।
कुछ दिन पहले की बात है, मेरी बीवी ने स्कूटी सर्विस के बहाने दो मकैनिक से अपनी चूत और गांड दोनों छेदों की जमकर सर्विसिंग करवा ली थी, उस दिन के बाद मैं समझ गया था कि श्रुति की भूख मेरे लंड से कभी नहीं बुझेगी, वो हर मौके पर नए लंड ढूंढती है।
कहानी का पिछला भाग: स्कूटी धुली नहीं पर चूत और गांड धुल गई
मैं उसे कुछ नहीं कहता था, क्योंकि अगर उसने मुँह खोल दिया तो मेरी बची-खुची इज्जत भी चली जाएगी।
फिर मेरे सबसे करीबी दोस्त रोहन की शादी का बुलावा आया, छोटी सी शादी थी, सिर्फ पचास लोग, हम दोनों को भी जाना था।
सुबह से ही श्रुति माल की तरह तैयार होने लगी, लाल रंग की नेट वाली साड़ी, उसमें डीप नेक का ब्लाउज, ब्लाउज इतना खुला था कि उसके गोरे-गोरे मम्मे साठ फीसदी से ज्यादा बाहर झांक रहे थे, गुलाबी निप्पल बस छुपे हुए थे, पल्लू भी बस नाम का था।
उसे ऐसे देखकर मेरा लंड तुरंत खड़ा हो गया, लेकिन मैं जानता था कि अभी इसे छूना भी मुश्किल है, मैं बाथरूम में घुसा और उसी की दो लंड वाली याद करके जोर-जोर से मुठ मारी, लंड झड़कर चुसा-चुसा सा बाहर निकला।
श्रुति ने मुझे देखा और आँख मारी, होंठ चबाकर मुस्कुराई, उसे पता चल गया था कि मैं मुठ मारकर आया हूँ।
फिर हम शादी में पहुँचे, रोहन से मिले, बधाई दी, मैं उसके कमरे में चला गया, श्रुति औरतों में बैठ गई।
कमरे में रोहन परेशान था, बोला मेकअप वाला एक्सीडेंट में फंस गया, मैंने मजाक में कहा, अरे तेरी भाभी मेकअप कोर्स कर चुकी है, बोलूँ वो कर दे?
रोहन ने सीरियस होकर कहा, सच में भाभी कर सकती हैं? प्लीज यार बोल दो, मैंने सामान भी लाया है।
मैं फंस गया, दोस्त की शादी थी, मना नहीं कर सका, श्रुति को बुलाया, उसने पहले तो ना-नुकुर की कि लड़के का मेकअप कभी नहीं किया, लेकिन मेरे इशारे पर मान गई।
शुरू हुआ मेकअप, श्रुति झुक-झुककर रोहन के गालों पर क्रीम मलने लगी, उसके बड़े-बड़े दूध सीधे रोहन के मुँह के सामने लटक रहे थे, नेट की साड़ी में से ब्रा भी साफ दिख रही थी।
मैं पास ही बैठा था, लेकिन लोग आते-जाते रहे, मोबाइल में लग गया, मुझे ध्यान ही नहीं रहा कि मेरी रंडी बीवी मौका देखते ही लाइन मारना शुरू कर देगी।
थोड़ी देर बाद नजर उठाई तो रोहन का लंड पैंट में तंबू बना चुका था, मोटा सा उभार साफ दिख रहा था, श्रुति जानबूझकर अपने मम्मे उसके मुँह पर रगड़ रही थी, एक हाथ उसकी जाँघ पर रखकर सहला रही थी, दूसरा हाथ गालों पर फिरा रही थी।
मुझे बाथरूम जाना था, उठकर चला गया, लौटा तो दरवाजे के पास से झाँका, श्रुति रोहन को किस कर रही थी, जीभ अंदर डालकर चूस रही थी, एक हाथ से उसका लंड पैंट के ऊपर से दबा रही थी, रोहन उसके दोनों मम्मे जोर-जोर से मसल रहा था।
मैंने जानबूझकर दरवाजे पर लात मारकर पानी का गिलास गिरा दिया, आवाज हुई तो दोनों अलग हो गए, मैं अंदर घुसा जैसे कुछ देखा ही न हो।
अब मुझे पूरा यकीन हो गया था कि आज ये साली मेरे दोस्त से भी चुदने वाली है।
तभी घरवाले रोहन को स्टेज पर ले गए, जाते वक्त रोहन ने श्रुति को देखकर कहा, मज़ा तो अभी बाकी है भाभी, आज दूल्हा न होता तो सारा मज़ा ले लेता, श्रुति ने होंठ चबाकर आँख मारी।
श्रुति लिपस्टिक लगाकर, गांड मटकाती बाहर निकली, मुझे देखकर भी कॉन्फिडेंस था कि मैंने कुछ देखा ही नहीं।
स्टेज पर रोहन अपनी होने वाली दुल्हन को छोड़कर बार-बार श्रुति को ताड़ रहा था, श्रुति भी पल्लू गिराकर अपने मम्मे दिखा रही थी, आँखों ही आँखों में चुदाई का प्लान बन रहा था।
फेरों के बाद रोहन फिर कपड़े बदलने कमरे में गया, श्रुति भी गायब हो गई, मुझे शक हुआ, पाँच मिनट बाद मैं कमरे की तरफ गया, दरवाजा अंदर से बंद था।
मैंने आवाज दी, रोहन बोला, दो मिनट रुक, चेंज कर रहा हूँ, मैंने फिर कहा, खोल न यार, पहली बार थोड़े देख रहा हूँ तुझे नंगा, उसने आधा दरवाजा खोला, सिर बाहर निकाला, चेहरा लाल, साफ पता चल रहा था कि कोई उसका लंड चूस रहा है।
मैं पीछे की खिड़की से झाँका, कमाल का नजारा था, श्रुति घुटनों पर बैठी थी, रोहन फर्श पर लेटा था, अपना मोटा काला लंड श्रुति के मुँह में पूरा घुसेड़ रहा था, ग्ग्ग्ग… ग्ग्ग्ग… गीई… गीई… गोंग… गोंग… की आवाजें आ रही थीं, श्रुति की लार लंड पर लटक रही थी, रोहन नीचे से श्रुति की चूत चाट रहा था, जीभ अंदर-बाहर कर रहा था, श्रुति की सिसकियाँ आ रही थीं, आह्ह… ह्ह्ह… ओह्ह्ह…
फिर रोहन खड़ा हुआ, श्रुति को दीवार से सटा कर पीछे से घोड़ी बनाया, साड़ी कमर तक चढ़ाई, पैंटी साइड की, अपना घोड़े जैसा मोटा लंड एक झटके में श्रुति की चूत में पेल दिया, श्रुति की चीख निकल गई, आअह्ह्ह्ह… मादरचोद… कितना मोटा है… आह्ह्ह…
रोहन ने कमर पकड़कर जोर-जोर से ठोकना शुरू किया, धप्प… धप्प… धप्प… की आवाजें गूँज रही थीं, श्रुति की चूत से चिपचिपी आवाजें आ रही थीं, फ्च्च… फ्च्च…
रोहन बोला, शादी में अपनी बीवी को छोड़कर तेरी गुलाबी चूत याद आएगी भाभी, श्रुति गांड हिलाते हुए बोली, सिर्फ शादी में ही नहीं, मैं हनीमून में भी साथ चलूँगी, तेरा घोड़ा लंड रोज चखूँगी।
रोहन हँसा, साली रंडी, तेरा पति बाहर पहरा दे रहा है, श्रुति बोली, उसे यही काम आता है, मेरी चूत का दल्ला है वो, तू चुपचाप चोद अपनी रंडी भाभी को।
फिर पोजिशन बदली, 69 में आ गए, श्रुति ने रोहन का लंड फिर मुँह में लिया, ग्ग्ग्ग… ग्ग्ग्ग… की गहरी आवाजें, रोहन ने उसकी गांड में जीभ डाल दी, श्रुति ने इतना थूक लगाया कि रोहन का लंड चिपचिपा हो गया।
फिर श्रुति ऊपर चढ़ी, अपना गांड का छेद लंड पर सेट किया और धड़ाम से बैठ गई, आअह्ह्ह्ह्ह… मर गई… कितना मोटा है रे… ऊईईई… फिर ऊपर-नीचे उछलने लगी, उसके मम्मे हवा में उछल रहे थे।
बाहर से आवाज आई, रोहन आने को बोला गया, लेकिन उसने फिर श्रुति को घोड़ी बनाया और आखिरी पंद्रह मिनट तक जोर-जोर से चोदा, बोला, पहला बच्चा तुझे ही दूँगा भाभी, फिर झड़ गया, पूरा माल श्रुति की चूत में छोड़ दिया, फिर लंड मुँह में देकर साफ करवाया।
दरवाजा खोला तो मैं सामने खड़ा था, रोहन बोला, भाभी कमाल का मेकअप करती हैं यार, घरवाले फंक्शन में भाभी को ही बुलाया करो, श्रुति ने मुस्कुराते हुए आँख मारी।
घर आते ही मेरा मन चुदाई का था, लेकिन श्रुति ने सरदर्द का बहाना बनाकर सो गई, उसकी चूत में अभी रोहन का वीर्य भरा था।
उसके बाद रोहन और श्रुति मेरे ही घर में, मेरे ही बेड पर कई बार चुदाई कर चुके हैं, वो अगली कहानी में सुनाऊँगा।